Punarnava- A Beneficial Herb (पुनर्नवा एक लाभदायक औषधि)
पुनर्नवा एक प्राकृतिक जड़ी बूटी है तो वर्षा ऋतु में उत्पन्न होती है इस जड़ी बूटी के नाम से ही पता चल रहा है कि हर वर्ष नया होने वाला पुनर्नवा ।यह पौधा ग्रीष्म ऋतु में एकदम से सूखा पड़ जाता है परन्तु वर्षा ऋतु के आते ही यह दोबारा से जीवित हो उठता है और इसकी टहनियां निकलने लग जाती हैं । इस पौधे का उपयोग बीमारियों के लिए प्राचीनकाल से होता आ रहा है।आयुर्वेद के अनुसार यह एक लाभदायक औषधि मानी गयी है।यह औषधि सबसे ज्यादा अमेरिका ,चीन और म्यांमार के कुछ स्थानों पर विकसित होता है।अगर आप पुनर्नवा का सेवन करते हैं तो यह आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है। इस औषधि के फूलों का रंग सफेद और लाल होता है । एक सरकारी अध्यन्न के अनुसार इस औषधि का सेवन आपके शरीर में वात,पित्त और कफ तीनों को संतुलित रखता है ।इस जड़ी बूटी का रस कड़वा और कसैला होता है ।इस औषधि का रोजाना सेवन आपको अनेक बीमारियों से सुरक्षित रखता है जैसे लिवर की समस्या ,पीलिया ,सूजन ,बवासीर ,मधुमेह,त्वचा रोग ,गठिया और आस्थमा आदि ऐसी अनेक बीमारियां हैं जिनके लिए यह औषधि रामबाण साबित होती है ।यहाँ पर पुनर्नवा के बीमारियों के अंदर होने वाले फायदों के बारे में बताया गया है ।
व्याख्या – इस श्लोक में पुनर्नवा के गुणों के बारे में बताया गया है इसमें कहा गया है कि यह गरम है ,कड़वा है ,रुखा है ,कफ दोष को शांत रखने और सूजन में उपयोगी है ,रक्त की कमी को पूरा करता है ,हृदय रोगों में लाभदायक है ,कफ को बाहर निकालता है , शरीर के ऊतकों के भीतर हवा के असामान्य रूप को खत्म करने में लाभदायक है और असहनीय दर्द के लिए उपयोगी है ।
संदर्भ – धन्वंतरि निघण्टु , श्लोक -२६५ ।
आइये जानते हैं इस लाभकारी औषधि के फायदों के बारे में
1. त्वचा रोगों में लाभकारी
त्वचा के रोगों के लिए पुनर्नवा औषधि को रामबाण औषधि माना गया है। इसके सेवन से त्वचा की हर बीमारी का समाधान किया जा सकता है ।अगर आपका चेहरा किसी वजह से काला पड़ गया है या चहरे पर कील हो गयी हैं तो उसके लिए आपको पुनर्नवा के पौधे के पत्तों का लेप तैयार करके चेहरे पर लगा लेना चाहिए इस प्रयोग को नियमित रूप से लगाने पर आपको इसका फायदा बहुत जल्दी दिखने लगेगा ।यह आपकी त्वचा से गंदगी निकाल कर प्राकृतिक सुंदरता बनाए रखता है ।यह आपके शरीर को त्वचा रोगों से सुरक्षित रखने के साथ साथ आपके शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ा देता है ।
2. गठिया रोग में फायदेमंद
गठिया दर्द बहुत ही पीड़ादायक होता है जिसमें मनुष्य को बैठने से लेकर चलने और लेटने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है ।सबसे ज्यादा परेशानी तो व्यक्ति को मल त्याग करते समय होती है जब वह अपने घुटनों को मोड़ने में भी असमर्थ हो जाता है ।अगर आपको भी जोड़ों में दर्द रहता है तो आपके लिए पुनर्नवा का नियमित सेवन फायदेमंद हो सकता है ।इसके लिए आपको पुनर्नवा की जड़ों को पीसकर उसके अंदर अदरक और कपूर का मिश्रण करके काढ़ा तैयार कर लेना चाहिए और उस काढ़े के १० दिन के नियमित सेवन से ही आपकी गठिया जैसी पीड़ादायक बीमारी खत्म हो जाती है ।
3. अस्थमा में लाभकारी
यह बीमारी आपके फेफड़ों से शुरू होती है और आपके सारे शरीर को प्रभावित करती है इसकी वजह से आपको साँस छोड़ने और लेने दोनों में परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर किसी को अस्थमा की बीमारी होती है तो उसकी श्वास नली में सोजिश आ जाती है इसके बहुत सारे लक्षण हो सकते हैं जैसे साँस खींचते समय आवाज निकलना ,बहुत ज्यादा खांसी ,और शरीर में जकड़न महसूस करना आदि ।इन सभी समस्याओं में पुनर्नवा का सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित होता है ।इसके लिए आपको पुनर्नवा की जड़ को पीसकर आधा चम्मच चूर्ण तैयार कर लें और उसके अंदर आधा चम्मच हल्दी का मिश्रण मिला लें और इस प्रयोग को सुबह शाम नियमित रूप से सेवन करने से आपकी अस्थमा की समस्या जल्दी खत्म हो जाती है ।
4. अच्छी नींद के लिए उपयोगी
अगर आपको रात के समय नींद नहीं आती और जिसकी वजह से आप सुबह उठने के बाद भी सुस्त महसूस करते हैं और सारा दिन आपको थकान सी लगी रहती है हर छोटी सी बात पर आपको गुस्सा आता है और मन उदास हो जाता है ।सारा दिन दफ्तर में काम करने के बाद भी रात को ठीक से सो नहीं पाते । इस समस्या को दूर करने में पुनर्नवा का सेवन फायदेमंद होता है।इसके सेवन के लिए आपको पुनर्नवा की जड़ों का काढ़ा सुबह सुबह खली पेट सेवन करना आपके शरीर को अनिद्रा जैसी बीमारी से सुरक्षित रखता है और गहरी नींद लेन में सहायक होता है ।
5. पीलिया की बीमारी में लाभकारी औषधि
आपके शरीर के अंदर हानिकारक बैक्टीरिया के फैल जाने से शरीर अनेक बीमारियों से ग्रसित हो जाता है उन्ही बीमारियों में से एक बीमारी जॉन्डिस की होती है जिसको आयुर्वेद के अनुसार पीलिया के नाम से जाना जाता है।यह बीमारी सारे शरीर को प्रभावित करती है जिसकी वजह से आपकी त्वचा से लेकर ,आँख , चेहरा,नाखून और पेशाब का रंग पीला होने लग जाता है।इस बीमारी को खत्म करने के लिए पुनर्नवा का सेवन करना आपके लिए असरदार हो सकता है ।इसके लिए आपको पुनर्नवा पंचांग यानि कि छाल,पत्ते ,फूल ,जड़ और बीज को पीसकर उसके अंदर मधु का मिश्रण करके नियमित रूप से लेने पर पीलिया की शिकायत बहुत जल्दी खत्म हो जाती है ।यह प्रयोग आपके शरीर की रोग प्रतिरिधक क्षमता को बढ़ाता है जिसकी वजह से आपका शरीर स्वस्थ और बीमारियों से मुक्त रहता है ।
6. तनाव को दूर करने में सहायक
आपके दफ्तर का बहुत ज्यादा कार्य आपके तनाव को बढ़ा कर मानसिक बीमारियों को आमंत्रित करता है और आज के समाज में तो ये सामान्य सी हो गयी है ।अगर आप इस बीमारी से ग्रसित है तो आपको पुनर्नवा का सेवन करना चाहिए ।इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको पुनर्नवा की जड़ों का काढ़ा सुबह खाली पेट सेवन करना लाभदायक होता है । यह प्रयोग आपको मानसिक बीमारियों से बचा कर रखता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है जिसके कारण आपका शरीर चुस्त रहता है और आपको दिनभर तनाव महसूस नहीं होता ।