Medicinal Properties of Kumkumadi tailam oil in Skin Diseases(आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर कुमकुमादि आयल त्वचा रोगों में फायदेमंद)
परिचय
कुमकुमादि तेल आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से तैयार किया गया तेल है जिसका उपयोग चेहरे की मालिश के लिए किया जाता है। आयुर्वेद में एक नुस्खा है जो प्राचीन काल से सौंदर्य को बढ़ाने के लिए सबसे उपयोगी माना जाता है और वह कुमकुमादि तेल का नुस्खा है। यह एक ऐसा उत्पाद है जो हम में से अधिकांश लोग , त्वचा के रोगों , चिंताओं, उम्र, या पैसे की परवाह किए बिना, उपयोग कर सकते हैं और करना भी चाहिए। आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार यह एक ऐसा उत्पाद है जो आपको प्राकृतिक सौंदर्य प्रदान करने में मददगार साबित होता है । जो न केवल त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखता है, बल्कि त्वचा रोगों का उपचार करने में मददगार साबित होता है। यह तेल प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और तेलों का एक अनूठा मिश्रण है, जिसने इसे आपकी त्वचा को प्राकृतिक रूप से निखारने के लिए बेहतरीन सौंदर्य उत्पाद बना दिया है। यह त्वचा की बनावट, रंगत को सुधारने और त्वचा की समस्याओं जैसे मुंहासों, निशान आदि से राहत दिलाने में मददगार माना गया है।आयुर्वेद में इसको कुमकुमा के नाम से जाना जाता है ।इस लेख में हम कुंकुमादि आयल के आयुर्वेदिक गुणों के बारे में जानेगें ।
इस तेल को बनाने के लिए १५ से २० प्राकृतिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया गया है आयुर्वेद के अनुसार इसी वजह से यह तेल शरीर की त्वचा के लिए फायदेमंद साबित होता है ।
आइये जानते हैं इस तेल के आयुर्वेदिक गुणों के बारे में :-
त्वचा के लिए लाभकारी :
अगर आपकी त्वचा को नमी की जरूरत है, तो यह तेल आपकी त्वचा को भरपूर मात्रा में नमि प्रदान करने में मददगार साबित होता है जिस तरह से यह त्वचा को चिकना और कोमल बनाता है और आपकी त्वचा कुछ ही दिनों में प्राकृतिक सौंदर्य से निखर जाती है । यह आयुर्वेदिक तेल आपकी त्वचा का कालापन , घावों के निशान, काले धब्बों को बहुत जल्दी दूर करने में मददगार साबित होता है ।त्वचा से संबंधित रोगों को दूर करने में यह तेल बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होता है।
त्वचा को स्वच्छ बनाने में सहायक :
कुमकुमादि तेल का सबसे महत्वपूर्ण कार्य त्वचा को चमकदार बनाना और त्वचा की समस्याओं को दूर करना है। यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के मिश्रण से बना तेल त्वचा की सूजन को कम करने के अलावा लाल घेरे ,काला पन , आदि को दूर करके त्वचा को स्वच्छ और सुंदर बनाने में सहायक साबित होता है ।
त्वचा का सौंदर्य बढ़ाने में मददगार :
कुमकुमादि तेल में केसर (केशरा) जड़ी बूटी का मिश्रण किया गया है, जो आपकी त्वचा के कालेपन को दूर करने के लिए जाना जाता है।यह तेल त्वचा को हानिकारक बैक्टीरिया के बचाए रखने में मददगार साबित होता है जिससे आपकी त्वचा बिमारियों से बची रहती है और आपका प्राकृतिक सौंदर्य बना रहता है ।
धूप से बचने में सहायक :
कुमकुमादि तेल में मौजूद केसर (केशरा) एक प्राकृतिक सनस्क्रीन से रूप में काम करता है। इसका मॉइस्चराइज़र प्रभाव अन्य तेलों से ज्यादा लाभकारी होता और सूर्य की हानिकारक किरणों से त्वचा की रक्षा करता है। जिससे आपकी त्वचा तेज धूप से बची रहती है ।
त्वचा की बिमारियों को दूर करे :
इस तेल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे महत्वपूर्ण गुण पाए जाते हैं जो मुंहासे या किसी अन्य त्वचा की समस्या जैसे पिंपल्स आदि को रोकने और उनका इलाज करने में मददगार साबित होते है।यह तेल मुंहासों और फुंसियों को रोकने में मदद करता है। इसके लाभकारी गुण त्वचा पर मुँहासे की लालिमा को कम करने में मदद करते है। इसकी नियमित मालिश त्वचा को संक्रमण से बचाए रखने में मददगार साबित होती है ।
तैलीय त्वचा को दूर करे :
कुमकुमादि तेल में मौजूद यष्टिमधु (ग्लाइसीर्रिजा ग्लबरा) एक महत्वपूर्ण औषधि है जो त्वचा की लिपिड के उत्पादन को कम करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। यह घटक छिद्रों को बंद करने, तैलीय त्वचा को दूर करने और मुँहासे को रोकने में मदद करने के लिए एकदम उत्तम औषधि है। यह अर्क एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र है जो तेलीयता को संतुलित करने और त्वचा को चमकदार बनाने में सहायक साबित होता है ।
चोट के निशान को दूर करे :
कुमकुमादि तेल चोटके निशान को खत्म करता है और रंग में सुधार करता है। यह आमतौर पर मुँहासे निशान के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है।यह तेल त्वचा में प्रवेश करके सूजन को कम करता है। यह आपके चेहरे या त्वचा पर किसी वजह से निशान रह गए हैं तो यह तेल उसको जल्दी दूर करने में सहायक साबित होता है ।
आँखों के नीचे काले निशान को दूर करे :
इस तेल के अंदर तिलके तिल का मिश्रण किया गया है जिसका इस्तेमाल काले घेरे को हटाने में काफी प्रभावी है। मांसपेशियों में तनाव कई कारणों से होता है हमारी व्यस्त जीवन शैली और प्रदूषण आदि जो काले घेरे का कारण बनते हैं और तिल का तेल मांसपेशियों के तनाव को दूर करने में मददगार साबित होता है जो आगे चलकर काले घेरे को दूर करने में लाभकारी माना गया है ।
उपयोग करने का तरीका :
तेल की ४ से 5 बूंद अपने हाथ में लें| इसे चेहरे पर लगभग 5 से 7 मिनट तक अपनी उंगलियों से गोलाकार मुद्रा में हल्की मालिश करें।इसे 10 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें और उसके बाद गुनगुने पानी से धो लें ।यह प्रयोग लगातार पूरे एक सप्ताह तक दिन में दो या तीन बार इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके बाद इसे रोजाना एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।यह प्रयोग त्वचा रोगों को दूर करने और त्वचा को प्राकृतिक सौंदर्य प्रदान करने में सहायक साबित होता है ।
कुंकुमादिआयल के अंदर मिश्रित जड़ी बूटियों की सूची
- केसर (क्रोकससतिवस )
- रक्तचन्दन (पटेरोकार्पससन्तालीनुस).
- मंजिष्ठा (रुबियाकॉर्डिफोलिया)
- यष्टिमधु (ग्लाइसीर्रिज़ाग्लबरा)
- दारूहल्दी (बर्बेरिसअरस्तता)
- उशीरा (वेटिवरियाज़िज़ानियोइड्स)
- पद्मका (प्रूनसपुदुम)
- वट (फिकसबेंघालेंसिस)
- पीपल (फ़िकसधर्मियोसा)
- नागकेसर (मेसुआफेरिया)
- तिल (सीसममसिग्नम)
- दशमूलचूर्ण
- देसीगायकादूध