Drumsticks: The Powerhouse of Minerals (सहजन का पेड़ लाभदायक औषधि)
सहजन के पौधे की पत्तियों और जड़ों का इस्तेमाल प्राचीन काल से आयुर्वेदिक जड़ी बूटियाँ बनाने के लिए होता आ रहा है । भारत देश में इस पौधे से प्राप्त फल और फूलों से सब्जी बनाई जाती है ।इस पौधे से प्राप्त हर चीज आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सहायक साबित होती है ।सहजन की फलियों को मुंगने की फली के नाम से भी जाना जाता है ।सहजन के फलों का सेवन आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के साथ साथ आपके सौंदर्य को बनाए रखने में भी लाभकारी साबित होता है।सहजन का पेड़ फलियों के कारण सबसे ज्यादा सब्जी के रूप में उपयोग किया जाता है । आयुर्वेद विज्ञान के अनुसार सहजन के पौधे का हर भाग आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है ।यह पेड़ कहीं भी विकसित हो जाता है इसको बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है ।इस लाभकारी पेड़ की पत्तियों में प्रोटीन ,विटामिन ,जिंक,पोटैशियम और आयरन जैसे महत्वपूर्ण खनिज पदार्थों की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं |
व्याख्या – इस श्लोक में कहा गया है कि सहजन तीखा ,कड़वा ,गरम होता है ,कफ और वात दोष को संतुलित रखने वाला होता है ,पेट के कीड़ों को दूर करने में लाभकारी ,बदहजमी को दूर करने ,जहर के असर को खत्म करने वाला ,मोटापा को कम करने , फोड़े- फुन्सी को दूर करने ,तिल्ली के रोग और पेट के कैंसर के लिए लाभकारी साबित होता है ।
संदर्भ – धन्वंतरि निघण्टु ,श्लोक -३८ ।
सहजन के औषधीय गुण आइये जानते हैं
1. स्तनों में दूध की मात्रा को बढ़ाने में सहायक
ऐसी बहुत सी महिलाऐं होती हैं जिनको बच्चे के जन्म के समय स्तनों में दूध नहीं बन पाता या दूध की मात्रा बहुत कम होती है आयुर्वेद में उन महिलाओं के लिए सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल बहुत लाभदायक बताया गया है ।इसके इस्तेमाल के लिए उनको १ गिलास देसी गाय के दूध में सहजन की ५ से ६ पत्तियों को उबाल लेना चाहिए और उस दूध को अच्छी तरह से छान कर नियमित रूप से सेवन करने पर महिलाओं के स्तनों में दूध की कमी बहुत जल्दी पूरी हो जाती है यह आपके शरीर में थकान और कमजोरी नहीं आने देता इसके साथ साथ यह नवजात शिशु को भी स्वस्थ बनाए रखता है ।
2. वजन को कम करने में सहायक
सहजन के पौधे के अंदर पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाए रखने के गुण होते हैं यह आपके शरीर के मोटापे को घटा कर वजन को संतुलित रखने में सहायक होता है ।अगर आप मोटापे की वजह से परेशान हैं तो सहजन के पेड़ की जड़ों का काढ़ा नियमित रूप से सुबह खाली पेट सेवन करना बहुत फायदेमंद साबित होता है ।यह प्रयोग आपके लीवर को स्वस्थ रखने के साथ साथ आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है। सहजन के अंदर पाया जाने वाला डाई यूरेटिक गुण आपके शरीर की कोशिकाओं में से हानिकारक जल को निकालने में सहायक होता है ।सहजन के पौधे में फाइबर की मात्रा बहुत पाई जाती है जो आपके शरीर में अतिरिक्त चर्बी को जमा होने से रोकती है ।
3. पेट की बीमारियों में कारगर
गलत खान पान की वजह से आपका पेट अनेक बीमारियों से ग्रसित हो सकता है ।अगर आपको पेट से संबंधित कोई भी समस्या है तो सहजन की जड़ का चूर्ण तैयार करके उसको गुनगुने पानी के साथ सुबह खाली पेट सेवन करने से आपका पाचन तंत्र दुरुस्त बना रहता है और पेट अनेक बीमारियों से सुरक्षित रहता है ।इसके अंदर पाई जाने वाली फाइबर की मात्रा आपको कब्ज और गैस की समस्याओं से मुक्त रखती है ।इस प्रयोग का नियमित सेवन आपके पेट के अंदर राउंड वर्म जैसे हानिकारक बैक्टरिया को खत्म करने में सहायक होता है ।
4. हृदय रोगों में लाभदायक
जब आपके शरीर में हृदय की कोशिकाओं को आवश्यक पोषक तत्त्व और खनिज नहीं मिल पाते तो आपका हृदय कमजोर हो जाता है जिसकी वजह से दिल का दौरा और हृदय की अनेक बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं ।अगर आप अपनी दिनचर्या को सही रखे और गलत खान पान , रहन सहन में परिवर्तन कर लें तो आप ह्रदय रोगों से अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं।अगर आप हृदय से संबंधित किसी भी बीमारी से ग्रसित है तो सहजन की पत्तियों का काढ़ा सेवन करना लाभकारी साबित होता है इसके अलावा आप सहजन के फल और फूलों के काढ़े का भी सेवन कर सकते हैं ।यह प्रयोग आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में असरदार होता है ।
5. रक्तचाप को बढ़ने से रोके
आज की युवा पीढ़ी में रक्तचाप बढ़ जाने की समस्या सामान्य सी हो गयी है जिसका सबसे बड़ा कारण है उनकी दिनचर्या का खराब होना । सारा दिन काम करने के बाद सारी रात जागते रहना और सुबह देर से उठना इन्ही बुरी आदतों के कारण रक्तचाप बढ़ जाता है। आज कल जंक फूड और नशीले पदार्थों के सेवन की वजह से ये समस्या बहुत बढ़ गयी है ।इस समस्या को दूर करने के लिए सहजन की पत्तिओं के काढ़े का सेवन करना लाभकारी साबित हो सकता है।यह प्रयोग आपके शरीर में रक्त की मात्रा को कम नहीं होने देता और रक्त संचार को दुरुस्त बनाके रखता है ।
6. महिलाओं के लिए लाभदायक
महिलाओं से संबंधित हर बीमारी में सहजन का पौधा लाभदायक साबित होता है ।इसकी जड़ों के काढ़े का रोजाना सेवन महिलाओं की मासिक चक्र से संबंधित हर समस्या को दूर करने में मददगार होता है ।यह औषधीय पौधा महिलाओं के गर्भाशय को मजबूत रखने में काफी उपयोगी होता है इसके अंदर पाई जाने वाली विटामिन सी की भरपूर मात्रा आपके शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता में मददगार साबित होती है इसलिए अपने आपको बीमारियों से मुक्त रखने के लिए सहजन के पौधे से प्राप्त वस्तुओं का इस्तेमाल अवश्य करें ।
7. यौन शक्ति को बढ़ाने में सहायक
अगर आप सहजन की जड़ का चूर्ण तैयार करके उसको सुबह सुबह खाली पेट देसी गाय के दूध के साथ नियमित रूप से सेवन करते हैं तो आपकी यौन कमजोरी बहुत जल्दी दूर हो जाती है।यह प्रयोग आपके वीर्य की गुणवत्ता को बढ़ाने में लाभकारी साबित होता है।सहजन की जड़ का चूर्ण यौन शक्ति को बढ़ाने की सबसे अच्छी औषधि मानी गयी है ।इस प्रयोग का सेवन महिला और पुरुष दोनों के लिए उपयोगी होती है ।