यूरिक एसिड का बढ़ना, एक हानिकारक बीमारी

यूरिक एसिड की समस्या आज सामान्य हो गयी है जिसकी वजह लोगों का गलत खान पान और खराब दिनचर्या है । एक अध्यन के अनुसार अगर आपका यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो वह आपके जोड़ों में एकत्रित होना शुरू हो जाता है, इसके इकठ्ठा होने की वजह से आपके शरीर में जकड़न, पैरों में सूजन, जोड़ों, कमर और टांगों में दर्द आदि परेशानियां आने लग जाती हैं । यूरिक एसिड का दूसरा नाम गाउट हैं । ऐसा देखा गया है कि ३० से ३५ वर्ष के बाद ही यह बीमारी बहुत ज्यादा सक्रिय होती है। यूरिक एसिड की समस्या प्यूरिन के टूटने की वजह से होती है । जब आपके शरीर में रक्त के अंदर यूरिक का स्तर बढ़ जाता है तभी यह समस्या सामने आती है । यूरिक एसिड के बढ़ने की  वजह से आपके गुर्दों के साथ साथ शरीर के अनेक भागों को नुक्सान पहुंच सकता है। इसके बढ़ जाने के कारण हृदय रोग और गठिया जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है, इसलिए समय रहते इस का उपचार करा लेना चाहिए।

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व्याख्या — इस श्लोक में कहा गया है कि पसीना कम या ज्यादा आना , शरीर पर घाव होना, शरीर की क्षति हो जाना , बैचनी, जोड़ों की कमजोरी, थकान महसूस होना , शरीर में अकड़न, अल्सर का गठन, जोड़ों में दर्द जैसे घुटने, हाथ, कंधे, पैर, आदि सभी में पीड़ा महसूस होना ,जलन, त्वचा के रंग में कमी और त्वचा पर लाल चकत्ते हो जाना ये सभी पित्त दोष के असंतुलित होने के लक्षण हैं ।

संदर्भभावप्रकाश (मध्यखंड ,सूत्रस्थान ) चैप्टर -८, श्लोक -७  ।

यूरिक एसिड का बढ़ना

बीमारी के लक्षण

आइये जानते हैं इस बीमारी के लक्षणों के बारे में

  • आपके पैरों में दर्द का एहसास और पैरों की उँगलियों में सूजन आ जाना ।
  • पेशाब का रुक-रुक के आना और पेशाब करते समय जलन महसूस होना ।
  • आपके शरीर की त्वचा में रक्त की गांठें बन जाना ।
  • अत्यधिक समय तक बैठे रहने से एड़ियों में पीड़ा का अनुभव ।
  • शुगर की मात्रा का बढ़ जाना ।
  • जोड़ों में असहनीय दर्द का होना ।

यूरिक एसिड को न बढ़ने देने के कुछ घरेलु उपाय

इस बीमारी को दूर करने के कुछ घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं

1. विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ लाभकारी

अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर यूरिक एसिड  जैसी पीड़ादायक बीमारी से सुरक्षित रहे तो आपको विटामिन सी का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए । इसके लिए आप फलों में संतरा ,पपीता और केले का सेवन कर सकते हैं क्योकि इनके अंदर विटामिन सी की मात्रा भरपूर होती है । इसके अलावा अगर आप रोज़ सुबह नीबू पानी का सेवन करते हैं तो यह आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ने नहीं देता और साथ ही आपके शरीर को कई और हानिकारक बिमारियों से सुरक्षित रखता है। एक अध्यन के अनुसार यूरिक एसिड की समस्या में विटामिन सी का उपयोग करना फायदेमंद होता है ।अगर आप २ महीने तक इन का सेवन कर लेते हैं तो यूरिक एसिड की बढ़ी हुई मात्रा संतुलित हो जाती है ।

2. पानी का सेवन असरदार

अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर यूरिक एसिड जैसी बिमारियों से मुक्त हो और आप स्वस्थ दिखें तो उसके लिए आपको दिन भर में कम से कम ८  से ९  लीटर पानी पीना होगा ताकि आपके शरीर से  हानिकारक तत्व बाहर निकल सके और आपका पाचन तंत्र ठीक रह सके| पानी की अत्यधिक मात्रा आपके शरीर को चुस्त रखती है और आप हमेशा सक्रिय दिखते हैं जितना ज्यादा हो सके गुनगुना पानी पिए । पानी का भरपूर मात्रा में सेवन आपके शरीर के अंदर से बढ़े हुए यूरिक एसिड को निकालने में सहायक होता है और आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है ।

3. अखरोट का सेवन लाभकारी

यूरिक एसिड के मरीजों के लिए अखरोट का सेवन फायदेमंद होता है । इसके सेवन के लिए पानी में २ से ३ अखरोट उबाल लें और उसके उबलने के बाद पानी को थोड़ा सा ठंडा करके, उसी पानी के साथ उबले हुए अखरोट की गिरी निकाल कर सेवन करें, यह आपके लिए असरदार साबित होगा| इसके अलावा अगर आप ३ से ४ अखरोट का नियमित रूप से सुबह बिना कुछ खाए पिए सेवन करते हैं तो आपकी यूरिक एसिड की बढ़ी हुई मात्रा बहुत जल्दी संतुलित हो जाती है।

4. व्यायाम और योग फायदेमंद

अगर आप अपने शरीर को स्वस्थ और यूरिक एसिड जैसी पीड़ादायक बिमारियों से मुक्त रखना चाहते हैं तो आपको व्यायाम और योग को अपनी दिनचर्या में सबसे आवश्यक स्थान देना चाहिए । रोजाना व्यायाम करने से आपकी पाचन शक्ति ठीक रहेगी और आपके शरीर के अंदर यूरिक एसिड की मात्रा भी संतुलित रहेगी । इसलिए अपने शरीर को यूरिक एसिड जैसी बिमारियों से मुक्त रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम और योग का अभ्यास करें ।

5. अश्वगंधा एक लाभकारी औषधि

यूरिक एसिड की मात्रा  को संतुलित रखने और बढ़े हुए यूरिक एसिड को शरीर से मूत्र मार्ग के रास्ते बाहर निकालने के लिए अश्वगंधा का उपयोग फायदेमंद होता है । इसके लिए आपको २ चम्मच अश्वगंधा चूर्ण लेकर उसमे २ चम्मच मधु का मिश्रण करके, इस प्रयोग को देसी गाय के हल्के गरम दूध के साथ सेवन करना है, यह आपकी यूरिक एसिड की समस्या में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है । एक बात का हमेशा ध्यान रहे, गर्मी के दिनों में अश्वगंधा का ज्यादा मात्रा में सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

6. धृतकुमारी (एलोवेरा) का रस लाभदायक

ऐसा देखा गया है कि जितनी आपकी उम्र ज्यादा होती रहेगी उसी के अनुसार आपके  शरीर की हड्डियां भी कमजोर होती रहती हैं, और हड्डियों के कमजोर होने के कारण यूरिक एसिड का बढ़ जाना , बदन दर्द , कमर दर्द और जोड़ों का दर्द जैसी बीमारियाँ शरीर में उत्पन हो जाती हैं ।  धृतकुमारी का नियमित सेवन आपको हड्डियों के रोगों से बचाए रखता है और  शरीर में यूरिक एसिड की बढ़ी हुई मात्रा को कम कर देता है| इसलिए अपने शरीर को यूरिक एसिड जैसी बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए एलोवेरा का सेवन अवश्य करें |

7. देसी गाय का दूध उत्तम उपाय

हमारे समाज में गाय को माता का दर्जा दिया गया है और उसकी पूजा की जाती है । हिन्दू धर्म के अनुसार गाय में ३३ करोड़ देवी देवता वास करते है और यही कारण है कि गाय से प्राप्त हर वस्तु जैसे मूत्र ,गोबर, दूध, घी ,दही सब कुछ एक अलग प्रकार की औषधि के रूप में प्रयोग होता है । जब हमारे शरीर के अंदर बैक्टीरिया जमा हो जाता है तो उसको देसी गाय का दूध बाहर निकल देता है और शरीर में रक्त का संचार भी दुरुस्त रखता है । एक सरकारी अध्यन के अनुसार देसी गाय के दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ने नहीं देते जिसकी वजह से शरीर जोड़ों से संबंधित हर बीमारी से सुरक्षित रहता है। ध्यान देने वाली बात ये है कि जर्सी  गाय के दूध का सेवन आपके लिए विष के समान साबित हो सकता है ।

 

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Dr. Vikram Chauhan

Dr. Vikram Chauhan (MD - Ayurveda) is a Globally Renowned Ayurveda Physician with Expertise of more than 25 Years. He is the CEO & Founder of http://www.PlanetAyurveda.com, a leading Ayurveda Brand, Manufacturing, and Export Company with a Chain of Clinics and Branches in the US, Europe, Africa, Southeast Asia, India, and other parts of the World. He is also an Ayurveda Author who has written Books on Ayurveda, translated into Many European Languages. One of his Books is "Ayurveda – God’s Manual for Healing". He is on a Mission to Spread Ayurveda All Over the Planet through all the Possible Mediums. With his Vast Experience in Herbs and their Applied Uses, he is successfully treating Numerous Patients suffering from Various Ailments with the help of the Purest Herbal Supplements, Diet, and Lifestyle, according to the Principles of Ayurveda. For More Details, visit. Read More

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