अश्वगंधा के अनेक औषधीय फायदे

आयुर्वेद में अश्वगंधा को एक बहुत ही महत्वपूर्ण जड़ी – बूटी माना गया है, जो अनेक गुणों से भरपूर है| अश्वगंधा अनेक बीमारियों को दूर करने में अहम् भूमिका निभाती है। वैज्ञानिको ने भी इस जड़ी – बूटी को अत्यधिक गुणकारी माना है। इस जड़ी – बूटी का  वैज्ञानिक नाम विथानिया सोम्निफेरा (Withania somnifera) है।  अश्वगंधा कई  गंभीर बीमारियों और उनके लक्षणों को दूर करने में  कारगर साबित होता है, जैसे:

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Ashwagandha Image by Planet Ayurveda
  • कोलेस्ट्रोल
  • अनिद्रा
  • त्वचा रोग
  • शुगर (डायबिटीज)
  • बेचैनी
  • जोड़ों के दर्द
  • मोतियाबिंद
  • हानिकारक संक्रमण, आदि

इन सभी बिमारियों में अश्वगंधा के औषधीय फायदे निम्नलिखित हैं :-

आयुर्वेद के अनुसार अश्वगंधा के फायदे

1. कोलेस्ट्रोल  

अश्वगंधा शरीर के अंदर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाता है| आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार अश्वगंधा में एंटीआक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी जैसे महत्वपूर्ण गुण पाए जाते हैं जो आपको हृदय रोगों से बचाए रखने में मदद करते हैं। इस जड़ी – बूटी के सेवन से हृदय की मांसपेशियां मजबूत होती है जिससे कोलेस्ट्रॉल संतुलित रहता है|

2. अनिद्रा 

ज्यादा समय तक अपर्याप्त नींद का होना भी एक गंभीर बीमारी मानी जाती है| अश्वगंधा इसमें भी फायदेमंद साबित होता है। इसमें मनुष्य को देर रात तक जागते रहने की आदत हो जाती है जिस कारण उसकी पाचन क्रिया खराब हो जाती है। इस अपर्याप्त नींद की वजह से मनुष्य ज़्यादा चिंतित रहने लगता है, जिसके परिणामस्वरुप खून की कमी, चिड़चिड़ापन, भूख न लगना, बेचैनी होना, बालों का झड़ना, जैसी कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं, लेकिन इन बीमारियों को अश्वगंधा की मदद से ठीक किया जा सकता है|

3.  शुगर (डायबिटीज)

डायबिटीज को आयुर्वेद में मधुमेय के नाम से जाना जाता है जो चयापचय सम्बन्धी बीमारियों का एक समूह है। इसमें शरीर की इन्सुलिन निस्सारण करने की क्षमता कम हो जाती है, और रक्त शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है। मधुमय के लक्षण हैं – भूख एवं प्यास में वृद्धि, नींद कम आना, अक्सर पेशाब आना, शारीरिक कमज़ोरी, थकान, आदि। अश्वगंधा के सेवन से मधुमेय जैसी गंभीर बीमारियां भी संतुलित हो जाती हैं। एक शोध के अनुसार, साल 2009 में आणविक विज्ञान की अंतरराष्ट्रीय पत्रिका (International Journal of Molecular Sciences) ने शुगर से ग्रसित चूहों पर अश्वगंधा की जड़ और पत्तों का प्रयोग कर अध्ययन किया और वह प्रयोग सफल साबित हुआ था।

4. बेचैनी

इस बीमारी में कोई भी मनुष्य अपने मन को स्थिर नहीं रख पाता है| इस बीमारी में व्यक्ति को गुस्सा, घबराहट, दिल की धड़कन का बढ़ जाना, आदि परेशानियां होती हैं। अगर आप इस बीमारी से ग्रसित हैं तो आपके लिए अश्वगंधा का सेवन करना लाभकारी साबित हो सकता है । इस औषधि का अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए आप किसी वैद्य से परामर्श ले सकते हैं।

5. जोडो के दर्द में फायदे 

अश्वगंधा जोडो के दर्द और जोड़ों की सूजन में काफी  मददगार साबित होता  है, आयुर्वेद के अनुसार अगर समय रहते जोड़ों की बीमारी का उपचार नहीं किया जाता तो आगे चलकर यह गठिया जैसी गंभीर बिमारियों का रूप ले सकती है। इस बीमारी में आपको हाथ और पैरों के जोड़ों में हर वक़्त दर्द रहता है , और चलने में भी कठिनाई होती है| अगर कोई व्यक्ति मोटापे से परेशान है तो उसको जोड़ों दर्द के साथ-साथ अनेक दिक्क्तों का सामना करना पड़ सकता है। इन सभी समस्याओं को कम करने में अश्वगंधा बहुत लाभदायक साबित होता है।

 6. त्वचा रोग 

अश्वगंधा का उपयोग त्वचा रोगों में बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है, जैसा कि अश्वगंधा जड़ी-बूटी में एंटीआक्सीडेंट जैसा महत्वपूर्ण गुण पाया जाता है, जो आपके शरीर को कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रखता है| आपके शरीर की त्वचा के किसी भी भाग पर यदि दाद, खुजली या लाल चकत्ते हो जाएं तो इनके उपचार के लिए आप अश्वगंधा के लेप का उपयोग कर सकते हैं।

7. संक्रमण

अश्वगंधा जड़ी-बूटी में हानिकारक बाहरी और आंतरिक संक्रमण से लड़ने की  क्षमता होती है| अश्वगंधा बैक्टीरिया के असर को कम करने में मदद करती है| इसके अंदर कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाने में सहायक होते है | अपनी बीमारियों को जड़ से ख़त्म करना चाहते हैं, तो इन प्राकृतिक औषधियों के इस्तेमाल से आप ऐसा कर सकते हैं। यह प्राकृतिक औषधियाँ थोड़ा समय लेती हैं, परन्तु बीमारी को एकदम खत्म कर देती है।

8. मोतियाबिंद में फायदे 

मोतियाबिंद एक ऐसी बीमारी है, जिसमे आँखों के आगे धुंधलापन छाने लगता है| इस बीमारी में व्यक्ति कि आँखों कि रोशनी कम हो जाती है। भारत में लगभग 71% लोग इस बीमारी से परेशान है | ६० साल की उम्र से ऊपर के व्यक्तियों को यह बीमारी अक्सर प्रभावित करती है।

उपरोक्त रोगों के अलावा अश्वगंधा जड़ी-बूटी कई अन्य बीमारियों में भी लाभदायक होती है। आपको अश्वगंधा जड़ी – बूटी के बारे में पता होना चाहिए ताकि इसके इस्तेमाल से आप और आपका परिवार खतरनाक बीमारियों से बच सके।

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Dr. Vikram Chauhan

Dr. Vikram Chauhan (MD - Ayurveda) is a Globally Renowned Ayurveda Physician with Expertise of more than 25 Years. He is the CEO & Founder of http://www.PlanetAyurveda.com, a leading Ayurveda Brand, Manufacturing, and Export Company with a Chain of Clinics and Branches in the US, Europe, Africa, Southeast Asia, India, and other parts of the World. He is also an Ayurveda Author who has written Books on Ayurveda, translated into Many European Languages. One of his Books is "Ayurveda – God’s Manual for Healing". He is on a Mission to Spread Ayurveda All Over the Planet through all the Possible Mediums. With his Vast Experience in Herbs and their Applied Uses, he is successfully treating Numerous Patients suffering from Various Ailments with the help of the Purest Herbal Supplements, Diet, and Lifestyle, according to the Principles of Ayurveda. For More Details, visit. Read More

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